Civil Engineering क्या है
?
हेलो
दोस्तों कैसे हो? आप सब ,
आज हम civil
engineering के बारे
में बात करने वाले है।
वैसे
आप सभी ने कही न
कही civil engineering के
बारे में सुना तो होगा और
कुछ जानते भी होंगे
तो
आज आपकी जानकारी को और बढ़ाने
एवं civil
engineering को
ठीक रूप से परिभाषित करने
का
प्रयास कर रहा हूँ
।
आप
सभी शायद अभी
स्कूल से १२वी पास किया होगा या अभी पढ
रहे होंगे
वैसे
क्या आपको पता है स्कूल लाइफ
से अच्छी लाइफ नहीं हो सकती क्योकि
उस समय का
मज़ा
कुछ अलग ही होता है
जिसकी तुलना शायद नहीं की जा सकती
है , फिर देखते-देखते
हम
कॉलेज में आ जाते है
और अब कैरियर के
बारे में सोचना शुरू कर देते है
जो बहुत आवश्यक है
और
यही से हमारे सपनो
की शुरुआत होती है ,कोई किसी तरफ अपना करियर बनता है तो
कोई
किसी दूसरे फिल्ड में ..........
इसी
प्रकार आज हम engineering की
एक महत्वपूर्ण शाखा civil
engineering के बारे में
आप लोगो से बात करने
वाला हूँ। उम्मीद करता हूँ आप सभी को
बहुत पसंद आएगा ।
civil engineering क्या
है?
Engineering की
वह शाखा है जो भौतिक
रूप से एवं प्राकृतिक
रूप से देश के
विकास को उचित मार्ग
एवं
सही दिशा में प्रगति में सहयोग एवं महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।
Civil engineering में
सड़क ,पुल,डिज़ाइनिंग ,कंस्ट्रक्शन ,बिल्डिंग etc.
को
बनाने का कार्य किया
जाता है ।
Exampal
जैसे
मान लीजिये एक पुल को
बनाना है तो उसके
लिए आवश्यक सामग्री ,उसकी ड्राइंग ,एवं उसकी
पूरी
रूप रेखा एक Civil engineer ही
तैयार करता है ।
और
ये सभी कार्य Civil
engineering के
अंतर्गत आते है , शायद आप समझ गए
होंगे ।
क्या
आपको पता है भारत के
प्रथम Civil
engineer कौन थे
?
भारत
के प्रथम Civil engineer मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया
थे ।
भारत की प्रथम महिला
Shakuntla A. Bhagat थी ।
Civil engineering का
इतिहास अत्यंत पुराना और रोचक है,
मिस्र का पिरामिड तो
आप सब
जानते
ही होंगे यह
इतिहास का सबसे बड़ा
निर्माण मन जाता है
।
भारत
जैसे देश में Civil
engineering की
मांग काफी ज्यादा है ,और इसकी जगह
भी जॉब के लिए समय
-समय पर देखि जाती
है ।
यह
एक अच्छा कैरियर ऑप्शन होसकता आपके लिए ।
उम्मीद
करता हु आप लोगो
को हमारी बताई गयी जानकारी कभी पसंद आयी होगी ।
हमारी
बतायी गयी जानकारी कैसी लगी कृपया निचे कमेंट बॉक्स में अवस्य बताये
और
किसी भी सुझाव के
लिए कृपया कमेंट करे और अधिक से
अधिक शेयर करे ।
धन्यवाद्
No comments:
Post a Comment